प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण | 5 Early Symptoms of Pregnancy

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Pregnancy ke Shuruati Lakshan janna kyu jaruri hai? जब कोई महिला प्रेगनेंसी प्लान करना चाहती है और इसी दौरान अगर उनका पीरियड मिस हो जाए तो पीरियड मिस होते ही वो जान लेना चाहती है कि उन्हें प्रेगनेंसी कंसीव की है या नहीं | अब ऐसे में अगर आपको प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षणों के बारे में जानकारी हो तो ये पता लगाना की प्रेगनेंसी है या नहीं बहुत आसान हो जाता है तो आज इस ब्लॉग के जरिये हम जानेंगे की प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण क्या क्या होते है और ये लक्षण आपको क्यों दिखाई देते है?

प्रेगनेंसी के शुरूआती लक्षण क्‍या होते हैं? (Early symptoms of pregnancy)

किसी भी महिला के लिए प्रेगनेंसी एक खूबसूरत अहसास होता है और हर महिला इस अहसास को जीना चाहती है ऐसे में प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षणों के बारे में जानकारी हर महिला के लिए फायदेमंद होती है | इसीलिए आइये बात करते है प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षणों के बारे में जो की निम्न लिखित है:

पीरियड का मिस होना:

पीरियड का मिस होना प्रेगनेंसी का सबसे महत्वपूर्ण संकेत है क्यूंकि महिला के शरीर में हर महीने के प्रक्रिया होती है जिसे मासिक धर्म कहते है लेकिन जैसे ही कोई महिला गर्भधारण करती है वैसे ही ये प्रक्रिया रुक जाती है |

कारण – जैसे ही फर्टिलाइज अंडा एंडोमेट्रियम की लाइनिंग में चिपकता है वैसे ही आपकी बॉडी में प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजेन का स्तर बढ़ जाता है जो गोनैडोट्रोपिन को दबा देते हैं जो नए अंडे के विकास के लिए आवश्यक होते हैं। जिसकी वजह से नया मासिक धर्म का चक्र शुरू नहीं होता है।

स्तनो का संवेदनशील हो जाना:

जैसे ही महिला प्रेगनेंसी कंसीव करती है उसके स्तन बहुत ज्यादा संवेदनशील हो जाते है यानी की आपको इन्हें टच करने पर या अंडर गारमेंट्स से टच होने पर आपको एक चुभन का अहसास होने लगता है

कारण – स्तनों में दर्द की अनुभूति पहली तिमाही में सबसे ज्यादा होती है क्योंकि आपके शरीर में हॉर्मोन्स की बाढ़ आ जाती है। इन हार्मोनों का एक महत्वपूर्ण काम है, आपके शरीर को आने वाले नन्हे मेहमान को पौष्टिक और जरुरी नुट्रिशन्स देना और उसकी भूख शांत करना इसीलिए आपके शरीर के हॉर्मोन शरीर को तैयार करने के लिए तेजी से काम करते हैं। और इसी वजह से आपके स्तन सवेंदनशील हो जाते है

बार-बार पेशाब आना:

जैसे ही कोई महिला प्रेगनेंसी कंसीव करती है वैसे ही उसको बार बार यूरिन आने की समस्या शुरू हो जाती है और अगर आपको भी पीरियड मिस होने के बाद बार बार यूरिन जाना पड़ रहा है तो हो सकता है की आप प्रेग्नेंट हो

कारण – जैसे ही प्रेगनेंसी कंसीव होती है वैसे ही आपकी बॉडी ब्लड को ज्यादा प्रोडूस करने शुरू कर देती है क्यूंकि अब आने वाले शिशु की डेवलपमेंट के लिए बहुत सारे लिक्विड की जरुरत पड़ेगी और अगर ब्लड ज्यादा बनेगा तो फ़िल्टर होने पर यूरिन भी ज्यादा बनेगा जिसकी वजह से आपको अपना ब्लैडर भरा हुआ महसूस होता है और इसी वजह से बार बार यूरिन आने लगता है

मॉर्निंग सिकनेस होना (जी मिचलाना और उलटी होना):

प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में आपको जी मिचलाना और उल्टी आना जैसी परेशानियां हो सकती है जिसको की मॉर्निंग सिकनेस भी कहा जाता है और ये दिन भर भी हो सकती है अगर आपको ये बहुत ज्यादा महसूस होता है तो डॉक्टर से जरुर मिलें

कारण – प्रेगनेंसी के शुरुआत में हॉर्मोन में बदलाव आता है और ब्लड प्रेशर भी कम हो सकता है जो की तनाव, थकान, ट्रेवल और खान पान की वजह से और भी बदतर हो जाते है

सूंघने की छमता और स्वाद में बदलाव:

जैसे ही कोई महिला प्रेगनेंसी कंसीव करती है उसके सूंघने की छमता बढ़ जाती है और साथ ही उन्हें स्वाद में बदलाव भी महसूस होता है ऐसे में वो चीजें या खुशबु जो आपको पहले बहुत पसंद थी, हो सकता है अब आपको पसंद ना आएं और जो चीजें पहले पसंद नहीं थी हो सकता है वो अब आपको बहुत पसंद आएं

कारण – प्रेगनेंसी कंसीव करते है प्रोजेस्ट्रोन का स्तर बढ़ जाता है जिसकी वजह से महिला के टेस्ट बड्स पर असर पड़ता है और सूंघने की छमता भी प्रभावित होती है

ज्यादातर मामलो में ये लक्षण प्रेगनेंसी कंसीव करने के १-२ हफ्ते बाद दिखने लगते है लेकिन जरुरी नहीं की अगर आपको ये लक्षण दिख रहे है तो आपको प्रेगनेंसी हो ही, कई बार ये लक्षण किन्ही और कारणों से भी आ सकते है

ऐसे में जरुरी है की जब आप पीरियड मिस करें तो अपनी प्रेगनेंसी कन्फर्म ना माने बल्कि प्रेगनेंसी टेस्ट किट से अपनी प्रेगनेंसी टेस्ट करें और उसी से कन्फर्म करें की आप प्रेग्नेंट है या नहीं?

पीरियड मिस होने के कितने दिन के बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिए?

अगर आपके पीरियड रेगुलर है तो पीरियड मिस होने के पहले दिन भी आप प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकती है लेकिन अगर आपके पीरियड इर्रेगुलर है तो पीरियड मिस होने के कम से कम 7-10 दिनों बाद ही प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिए | वैसे सही रिजल्ट के लिए आपको कम से कम 6-7 दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिए

जरूर पढ़ें: जल्दी प्रेगनेंसी कंसीव करने के लिए क्या करें?

Pregnancy Ke Shuruati Lakshano ke Swal

सवाल: गर्भावस्था क्या होती है?

उत्तर: गर्भावस्था एक महिला के शरीर में गर्भाशय में एक भ्रूण का विकास होने की स्थिति है। यह आमतौर पर परिवार में एक नए सदस्य के आगमन की सूचना देती है।

सवाल: गर्भावस्था के लक्षण क्या होते हैं?

उत्तर: गर्भावस्था के प्रारंभिक चरण में कुछ आम लक्षण हो सकते हैं, जैसे कि स्तनों में सूजन, नींद का अधिक होना, उल्टी की आवश्यकता, पेट में दर्द या खींचाव, मतली और उबकाई, मतली और उल्टी, और मस्तिष्क में थकान और चक्कर आना। यदि आपको ऐसे लक्षण महसूस होते हैं, तो एक चिकित्सक से संपर्क करना उचित होगा।

सवाल: गर्भावस्था का आरंभिक समय क्या होता है?

उत्तर: गर्भावस्था का आरंभिक समय महिला के अंडाशय में एक बिज गर्भाशय में प्रवेश करते ही शुरू होता है। यह बिज बाद में एक भ्रूण बनता है जो विकसित होता है और नवजात शिशु के रूप में जन्म लेता है।

सवाल: गर्भावस्था की दौरान आहार में कौन से पदार्थ सेवन करने चाहिए?

उत्तर: गर्भावस्था के दौरान स्वस्थ आहार लेना महत्वपूर्ण है। आपको पूरे पोषक तत्वों, जैसे कि प्रोटीन, फलों, सब्जियों, अनाजों, दूध और दूध संबंधित उत्पादों, मछली, मेवों, हरे पत्तों, और पूरे अनाजों का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा, पोषक तत्वों से भरपूर और स्वस्थ खाद्य सामग्री लें, सही पोषण सप्लीमेंट्स लें, और बहुमूत्री पदार्थों का सेवन करें जैसे कि पानी, नारियल पानी, नारंगी पानी, चाय, और जूस।

सवाल: गर्भावस्था के दौरान सावधानियां क्या होनी चाहिए?

उत्तर: गर्भावस्था के दौरान कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए, जैसे कि तंबाकू, शराब, और नशीली दवाओं का सेवन न करें। नुकसानदायक दवाओं से बचें और अपने चिकित्सक की सलाह पर ध्यान दें। नियमित रूप से वैद्यकीय जांच और अपने चिकित्सक के साथ संपर्क में रहें। जब भी संदेह हो, तो तत्पर रहें और तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क

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